कुण्डलिया शतक
१०० कुण्डलिया ~~~~~~~~~~~~~बाबूलालशर्मा . *कलम की सुगंध छंदशाला* . *कुण्डलिया छंद* (शतकवीर हेतु) दिनांक..16.12.2019 से 15.02.2020 तक . १. *वेणी* मिलती संगम में सरित, कहें त्रिवेणी धाम! तीन भाग कर गूँथ लें, कुंतल वेणी बाम! कुंतल वेणी बाम, सजाए नारि सयानी! नागिन सी लहराय, देख मन चले जवानी! कहे लाल कविराय, नारि इठलाती चलती! कटि पर वेणी साज, धरा पर सरिता मिलती! . २. *कुमकुम* माता पूजित भारती , अपना हिन्दुस्तान! समर क्षेत्र पूजित सभी, उनको तीरथ मान! उनको तीरथ मान, देश हित शीश चढ़ाया! धरा रंग कर लाल, मात का मान बढ़ाया! शर्मा बाबू लाल , भाल पर तिलक लगाता! रजकण कुमकुम मान, पूजता भारत माता! . ...