नमन्

🌾🌿🌾🌿🌾
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
बाबू लाल शर्मा
""""""""""""""""""""""""""""
   🌹 *नमन्* 🌹

वीणा पाणि, ज्ञान प्रदायिनी,
हंसवाहिनी वरदे,मात् शारदे।
सतपथ जनप्रिय सत्साहित,
हित, माँ मेरी कलम चलादे।🙏

मात् शारदे नमन् लिखादे,
धरती, फिर असमान् को।
जीवनदाता प्राण विधाता,
मात पिता   भगवान  को।🙏

मात् शारदे नमन् लिखादे,
सैनिक और किसानों को।
तेरे उन वरद्पुत्र,माँ शारद,
गुरु,कविजन,विद्वानों को।🙏

मात् शारदे नमन् लिखादे,
वतन पर मरने वालों को।
अपना सर्व समर्पण  कर,
उन देश बचाने वालों को।🙏

मात् शारदे नमन् लिखादे,
संसद और  संविधान को।
मातृ भूमि की बलिवेदी पे,
अब तक के बलिदान को।🙏

मात् शारदे नमन् लिखा दे,
जन गण मन कल्याण को।
भारतमाँ के सत्य उपासक,
हर, श्रम पूजक इंसान को।🙏

मात् शारदे नमन् लिखादे,
भारत  के गौरव गान को।
मैं तो प्रथम नमन् करूंगा,
*माँ शारद* के वरदान को।🙏

✍✍©
बाबू लाल शर्मा"बौहरा"
सिकन्दरा,दौसा,राज.
🌳🌳🌳🌳🌳
""""""""""""""""""""""""

Comments

Popular posts from this blog

सुख,सुखी सवैया

गगनांगना छंद विधान