सरदार पटेल
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~~~~~~~~~~~~~~~बाबूलालशर्मा
कुण्डलिया छंद
. *सरदार पटेल*
. 💫 *1* 💫
वल्लभ भाई थे यहाँ, भारत के सरदार।
एकीकरणक देश के, बना दई सरकार।
बना दई सरकार, मिटा देशी रजवाड़े।
भारत के हर कोन, तिरंगे झण्डे गाड़े।
कहे लाल कविराय,देश से प्रीत निभाई।
भारत माँ का पूत,सरदार वल्लभ भाई।
. 💫 *2* 💫
आजादी के दौर में, नेता हुए हजार।
वल्लभ ,नेहरु जी रहे, दोनो दावे दार।
दोनो दावे दार , देश हित दोनो ही मानी।
नेहरु बने प्रधान ,साथ वल्लभ से ज्ञानी।
गृह मंत्रालय देख,वतन की शान बढ़ादी।
किया देश अखण्ड,रखें सच्ची आजादी।
. 💫 *3* 💫
देशी राज विलय किए,बना दिया नव देश।
वल्लभ भाइ पटेल जी ,ऐसे थे दर वेष।
ऐसे थे दरवेष, देश हित कारज कीना।
उनका था पैगाम ,देश हित मरना जीना।
कहे लाल कविराय,करे नहीं होड़ विदेशी।
मिला लिए घर बार, बचे नहीं राजा देशी।
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🙏✍©
बाबू लाल शर्मा "बौहरा"
सिकंदरा,दौसा,राजस्थान
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