पेड़

🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳
~~~~~~~~~~~~~~~बाबूलालशर्मा
.            *ढूँढाड़ी - दोहा*
💫1💫
शमी शामियाना हुया,बैठ्या मिनख हजार।
बाताँ  प्राकृत री चलै,  पर्यावरण  विचार।।
💫2💫
लागै सभा होय रही,  पर्यावरण  बचाय।
लूँठो पेड़ शरण थली,चौड़़ै महत बताय।।
💫3💫
पेड़ बणै वरदान है, अमृत शीतल छाँव।
मन चावै उपयोग लै,शहर होय या गाँव।।
💫4💫
पेड़ हमारे मान लो , प्राण वायु आगार।
ब्याह बरात चुनाव री,सभा करै साभार।।
💫5💫
फल़,फूल पत्ती दिए,शीतल़ छाँव अपार।
जीवत का नाता निभा,मरतै ईंधन त्यार।।
💫6💫
दरखत जे राखै जतन, वृद्ध राखि परिवार।
जीवन भर  देता रहै, उत्तम  सीख  बयार।।
💫7💫
बाल़क ज्यूँ पौधा पल़ै,करताँ लाख उपाय।
स्वारथ आपस में सधै,इक दूजै ' र सहाय।।

.                💫  💫
सादर,🙏©
बाबू लाल शर्मा "बौहरा"
सिकंदरा, दौसा,राजस्थान
🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

Comments

Popular posts from this blog

सुख,सुखी सवैया

गगनांगना छंद विधान