काव्य रंगोली

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~~~~~~~~~बाबूलालशर्मा
. 🌼 *लावणी छंद* 🌼
.    💥काव्य रंगोली💥
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*पूजा की थाली सजती है*
*अक्षत पुष्प रखें रोली।*
*काव्यजगत में ध्रुव सी चमके,*
*कवि प्रिया,काव्य रंगोली।*
.               👀👀
*हिन्दी साहित सृजन साधना,*
*साध करे भाषा बोली।*
*कविता गीत गजल चौपाई,*
*लिखे कवि काव्य रंगोली।*
.               👀👀
*दोहा छंदबद्ध कविताई,*
*मुक्तछंद,प्रीत ठिठोली।*
*प्रेम रीति शृंगार सलौने,*
*पढ़ि देख काव्य रंगोली।*
.             👀👀
*लिखे सभी पर्व की बातें,*
*ईद दीवाली व होली।*
*गंगा जमनी रीत निभाती,*
*अरमान काव्य रंगोली।*
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*नीरज खिलते काव्य सरोवर,*
*बीच सभा कविजन टोली।*
*करे पुरस्कृत कलमकार को,*
*यही वह काव्य रंगोली।*
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*रामायण गीता की बातें,*
*बाइबिल कुरान सतोली।*
*देश धर्म मर्याद मुसाफिर,*
*पथ,यही काव्य रंगोली।*
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*देश सुरक्षा,सीमा रक्षा,*
*शत्रु की छाती में गोली।*
*जागरूक साहित्यिक प्रहरी,*
*रहे प्रिय काव्य रंगोली।*
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✍✍🙏©
*बाबू लाल शर्मा "बौहरा"*
*सिकंदरा,303326*
*दौसा,राजस्थान,9782924479*
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