शहादत

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~~~~~~~~~बाबूलालशर्मा
🌼 *मत्तगयंद सवैया* 🌼
.  भगण × ७ + २ गुरु,
.      (२११×७ +२२)
.  १२,११ वर्ण पर यति
( चार चरण सम तुकांत )
.         *शहादत*   
.   ...👀🌹👀...
देश  धरा  पर  संकट हो तब,
रक्षक   वीर  करे   रखवाली।
सैनिक के बल सोय रहे सुख,
जीम  रहे  हम भोजन थाली।

चौकस धीरज धारक सैनिक,
शान   सपूत   रहे  वन माली।
आन निभा कर मान रखे वह,
रीत   शहीद  नई  रच  डाली।
  .   ...👀🌹👀...
बारिश शीत सहे हिम आतप,
शस्त्र  रखे  अरि शूल मिटाए।
देश रखे  निज  वेष  रखे वह,
मान  शहीद   बड़े   कहलाए।

गर्व करे हम  वीर सभी पर,
धीर  सपूत  धरा पर  जाए।
और सगर्व  रहे  मम भारत,
रक्षक  वीर  शहीद  कहाए।
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वीर करे  बलिदान धरा हित,
मात  समान  मही  वह माने।
जन्म मिले इस भारत भू पर,
अंतिम  चाह  शहादत  जाने।

सीम हिमालय पर्वत तीरथ,
रेत नदी सब  चाह  सजाने।
शत्रु मार भगा निज ताकत,
शान  शहादत  रीत  रचाने।
.   ...👀🌹👀...
मान  करे  हम मीत शहादत,
रीत  सुप्रीत  सदा  यश गाएँ।
प्राण दिए उन मात धरा हित,
आज सभी मिल मान बढ़ाएँ।

ईश समान रहे  बन  रक्षक,
मूरत  सुंदर  साज  सजाएँ।
देश धरा यश मान शहादत,
वे परिवार  सभी  अपनाएँ।
.  ....👀🌹👀.......
पाक अराजकता कर कायर,
मानव  बम्म  दगेे  पुलवामा।
वीर बयालिस भारत भू सुत,
छोड़ गये  परिवार  व वामा।

देश  शहीद  समाज  कहे पर,
वे  भगवान  बसे  सुर  धामा।
आज करे प्रण मान धरा हित,
पावन  मंदिर  मस्जिद जामा।
......👀🌹👀....
सादर✍©
बाबू लाल शर्मा "बौहरा"
सिकंदरा, 303326
दौसा,राजस्थान,9782924479
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