बिटिया के लिए

सायली विधान
*बिटिया के लिए*

सुनकर
मर्मान्तक घटना
बेटियां लुटती मरती
धरती आहत
होती।

अब
कैसे करें
बिटिया का संरक्षण
माता पिता
सोचें।

भेड़िये
होवें तो
पकड़ वन भेजें
दरिंदे दिखते
मानव।

कानून
अन्धा होता
बच जाते मुजरिम
छल कपट
कर।

समाज
चेतना लाए
दण्ड दुष्कर्मी को
देना होगा
कठोर।

बिटिया
मजबूत बनो
करो स्वयं संघर्ष
कृष्ण नहीं
आएंगे।

बनालो
सुदर्शन चक्र
हर घर बेटियां
बचानी होगी
आबरू।

प्रश्न
मस्तिष्क में
कौन बेटी लुटी
उत्तर मिले
गरीब।

साँवरे
देखकर दिखाओ
अन्धी सरकारों को
बेआबरू होती
बेटियां ।

खामोश
शासन सरकार
सुरक्षित खुद रहते
नारी पीड़ा
असहनीय।

--बाबू लाल शर्मा
     सिकंदरा

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