भाषा

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~~~~~~~~~~~~~~~बाबूलालशर्मा
.                🌹 *भाषा* 🌹
1.💫💫
माध्यम मनु संदेश की,अभिव्यक्ति जन जान।
भाषा  से   लिखते  पढ़े, बोले  मानुष  मान।।
2.💫💫
भाषा मनु  पहचान है ,मानवता की  शान।
सब जीवों से  भिन्न है, मानव के अरमान।।
3.💫💫
पग पग पर बोली फलै,भाषा सौ सौ कोस।
मौखिकलिखितउभै बने,भाषा के नवकोष।।
4.💫💫
भाषा  मन की  वाहिनी, मनोभाव  सुप्रचार।
मानव जन को परखिए, भाषा सद आचार।।
5.💫💫
देश विकास समाज भी, भाषा से प्रतिबद्ध।
निज भाषा, मातु भाषा, राष्ट्रभाष अनुबंध।।
6.💫💫
भाषा राज समाज की, सब उन्नति को मूल।
राष्ट्र  एकता  बन  रहे, भाषा  के  अनुकूल।।
7.💫💫
भाषा  ही  पहचान  है, मानव  जीवन  मूल।
बिनभाषा पशु खग समै,मानवता प्रतिकूल।।
8.💫💫
देश  धरम समाज को, मानव  देश विदेश।
जो भाषा है जोड़ती, भाषा  बने  विशेष।।
9.💫💫
भाषा से साहित रचे,अरु वैज्ञानिक खोज।
संवादी  परिभाष है ,मानवता की  ओज।।
10.💫💫
मनुज मिले वरदान यह,हास बुद्धिअरु भाष।
अभिव्यक्ति इन तीन की भाषा से परिभाष।।
11.💫💫
हिन्दी  भारत  देश  में, राजभाष  संयोग।
संवैधानिक मान्यता,सभी जगह उपयोग।।
12.💫💫
अंग्रेजी परदेश की, गुरुतर भाषा होय।
बहुसंख्यक मानव इसे,विश्वपटल पर जोय।।
🌼🌼🌼
✍🙏©
बाबू लाल शर्मा, "बौहरा"
सिकंदरा,दौसा,राज.
9782924479
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