मंगलमय नव वर्ष में,लगे न दिल्ली दूर
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~~~~~~~~~~~~~~~बाबूलालशर्मा
. 🐚 *दोहा छंद* 🐚
🌹 *मंगलमय नव वर्ष में,*
. *लगे न दिल्ली दूर।*🌹
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. 💥1💥
मंगलमय नव वर्ष में, पहला मंगलवार।
मंगलकारी ये रहे, जग मंगल दातार।।
. 💥2💥
करूँ ईश आराधना ,सभी जीव के हेतु।
भवसागर के पार हो ,प्रीत रीत के सेतु।।
. 💥3💥
दाता कुछ ऐसा करो,हर दिन हो शुभ वार।
जीवन सबका हो सुखी,हे सुख के दातार।।
. 💥4💥
करनी ऐसी कर चलें, देश धरा के काज।
नूतन वर्ष समाज हित,संकल्पित हों आज।।
. 💥5💥
कर्ज करें घी क्यों पियें, क्योंकर अंधे दौर।
सीमित संसाधन जिएँ,सुखिया अपनी पौर।।
. 💥6💥
नारी शक्ति हित रहे, मान और ईमान।
बिटिया के सम्मान को, भूलो मत इंसान।।
. 💥7💥
लोकतंत्र जिन्दा रहे ,वतन का संविधान।
संसद और विधायिका, माने देश प्रधान।।
. 💥8💥
कुटुम बने वसुधा सभी, होवे जग कल्याण।
जीव मात्र सुख से रहे,ईश बसे जिन प्राण।।
. 💥9💥
वैज्ञानिक खोजें सदा, नयी नयी तकनीक।
खेती,पशुधन से रहें,अन्न फसल फल ठीक।।
. 💥10💥
होवे शिक्षा चिकित्सा, सुविधा भी भरपूर।
देश वासियों को मिले, राहत खुशियाँ पूर।।
. 💥11💥
शासन सुखदायक बने, लगे न दिल्ली दूर।
कनक विहग सम्मान हो,जगत गुरु मशहूर।।
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✍✍©
बाबू लाल शर्मा "बौहरा"
सिकन्दरा,दौसा,राजस्थान
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