माँ..माँ..महकाएँ
👀👀👀बाबूलालशर्मा ~~~~~~~~~~~~~ 🌹 *माँ,..माँ,.महकाएँ* 🌹 . 🤷♀ *लावणी छंद* 🤷♀ . 🌼 दिव्य जनों के,देव लोक से, कैसे,नाम भुलाएँगे। कैसे बन्धुः इन्द्रधनुष के प्यारे रंग चुराएँगे। स...